Calcium Rich Foods for Kids: बच्चों की हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम सबसे जरूरी पोषक तत्वों में से एक है। यह न केवल हड्डियों को ताकत देता है, बल्कि मस्तिष्क और नर्व सिस्टम को भी सही तरीके से काम करने में मदद करता है।
अगर आपका बच्चा ग्रोइंग एज में है, तो उनकी डाइट में कैल्शियम रिच फूड्स शामिल करना बेहद जरूरी है। यह उनके शारीरिक और मानसिक विकास को तेजी से बढ़ाने में मदद करता है। इसके साथ, कैल्शियम के बेहतर अवशोषण के लिए विटामिन डी पर भी ध्यान देना चाहिए।
तो आइए जानते हैं उन 5 सुपरफूड्स के बारे में, जो बच्चों की हड्डियों को मजबूत और ग्रोथ को बेहतर बना सकते हैं।
दूध, दही, और पनीर जैसे डेयरी उत्पाद कैल्शियम के सबसे अच्छे स्रोत हैं। इनमें मौजूद कैल्शियम शरीर में जल्दी और आसानी से अवशोषित हो जाता है। बच्चों को रोजाना एक गिलास दूध, एक कटोरी दही, या पनीर जरूर दें।
पालक, मेथी, बथुआ, और सरसों की पत्तियां कैल्शियम और फाइबर का बेहतरीन स्रोत हैं। बच्चों के लिए इनका सूप या पराठा बनाकर दें। इससे न केवल हड्डियां मजबूत होंगी, बल्कि आयरन की कमी भी पूरी होगी।
तिल में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। सर्दियों में तिल के लड्डू या तिल-गुड़ का हलवा बच्चों को जरूर खिलाएं। यह स्वादिष्ट भी है और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद भी।
सोया दूध, टोफू, और सोया चंक्स कैल्शियम और प्रोटीन के बेहतरीन स्रोत हैं। इन्हें सब्जी, सूप या स्नैक के रूप में बच्चों की डाइट में शामिल करें।
बादाम और अखरोट पोषण से भरपूर होते हैं। इनमें कैल्शियम के साथ-साथ ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है, जो मस्तिष्क के विकास के लिए बहुत जरूरी है। बच्चों को रोजाना 4-5 बादाम या अखरोट खिलाएं, या इनका पाउडर बनाकर दूध में मिलाकर दें।
निष्कर्ष
बच्चों की ग्रोथ और हेल्थ के लिए सही डाइट का होना बेहद जरूरी है। ऊपर बताए गए कैल्शियम रिच फूड्स को उनकी डाइट में शामिल करें और उन्हें स्वस्थ और मजबूत बनाएं। याद रखें, उनके बेहतर विकास के लिए विटामिन डी का ध्यान रखना भी उतना ही जरूरी है।
Cyber Security New Rules: साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार ने कई अहम पहल की हैं। दूरसंचार विभाग (DoT) ने हाल ही में टेलीकॉम साइबर सिक्योरिटी नियम अधिसूचित किए हैं। इन नियमों के तहत सरकार को यह अधिकार होगा कि वह किसी भी टेलीकॉम कंपनी से ट्रैफिक डेटा या अन्य प्रकार का डेटा मांग सके। हालांकि, इसमें संदेशों के कंटेंट शामिल नहीं होंगे, लेकिन अन्य प्रकार का डेटा सरकार द्वारा मांगे गए विशेष फॉर्मेट में देना होगा।
सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए प्रावधान किया है कि मांगे गए डेटा के स्टोरेज और प्रोसेसिंग के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा और उपकरण स्थापित किए जाएं। इसके अलावा, डेटा को गोपनीयता के साथ सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी सरकार, अधिकृत एजेंसी और संबंधित टेलीकॉम कंपनियों पर होगी।
साइबर सुरक्षा के नियमों के अनुसार, टेलीकॉम कंपनियों को एक मजबूत साइबर पॉलिसी अपनानी होगी। इस पॉलिसी में निम्नलिखित पहलुओं को शामिल किया गया है:
इसके अलावा, टेलीकॉम कंपनियों को चीफ टेलीकम्युनिकेशंस सिक्योरिटी ऑफिसर नियुक्त करना होगा, जो सुरक्षा से जुड़ी घटनाओं को रोकने और उन पर कार्रवाई सुनिश्चित करेगा।
नए नियमों के तहत, सुरक्षा से जुड़ी किसी भी घटना को छह घंटों के भीतर केंद्र सरकार को रिपोर्ट करना अनिवार्य होगा। साथ ही, 24 घंटे के भीतर घटना से प्रभावित यूजर्स, स्थान और प्रभाव का विवरण भी देना होगा।
फर्जी डिवाइस और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के उद्देश्य से सरकार ने IMEI (अंतरराष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान संख्या) का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। भारत में बने या आयात किए गए सभी मोबाइल डिवाइस के लिए यह नियम लागू होगा।
Aarmori विधासभा रिझल्ट
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https://results.eci.gov.in/ResultAcGenNov2024/candidateswise-S1367.htm#
Gadchiroli विधानसभ
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अहेरी विधानसभा 👇👇👇👇👇👇👇
https://results.eci.gov.in/ResultAcGenNov2024/candidateswise-S1367.htm#
ब्रम्हपुरी विधानसभा 👇👇👇👇👇👇
https://results.eci.gov.in/ResultAcGenNov2024/candidateswise-S1373.htm
बल्लारपूर विधान सभा👇👇👇👇👇👇 https://results.eci.gov.in/ResultAcGenNov2024/candidateswise-S1362.htm
साकोली विधानसभा 👇👇👇👇👇👇
https://results.eci.gov.in/ResultAcGenNov2024/candidateswise-S1372.htm
चिमूर विधानसभा 👇👇👇👇👇👇
https://results.eci.gov.in/ResultAcGenNov2024/candidateswise-S1374.htm
Vidhan Sabha Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभेच्या 2024 च्या निवडणुकांचा रणसंग्राम अत्यंत चुरशीचा ठरत आहे. राज्यातील प्रमुख पक्षांच्या आघाड्या आणि स्वतंत्र गटांमध्ये ही निवडणूक जास्तच खळबळजनक बनली आहे. शिवसेना (एकनाथ शिंदे)-भाजप-राष्ट्रवादी काँग्रेस (अजित पवार गट) यांच्या महायुतीचा सामना शिवसेना (उद्धव ठाकरे गट)-राष्ट्रवादी काँग्रेस (शरद पवार गट)-काँग्रेसच्या महाविकास आघाडीसोबत आहे. या दोन प्रमुख गटांव्यतिरिक्त परिवर्तन महाशक्ती, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, वंचित बहुजन आघाडी यांसारख्या पक्षांनी या निवडणुकीत नवा रंग भरला आहे.
यावेळी सत्तास्थापनेसाठी 145 जागांचा बहुमताचा आकडा गाठणे आवश्यक आहे. 288 सदस्यसंख्या असलेल्या महाराष्ट्र विधानसभेत कोण बाजी मारणार, याकडे सर्वांचे लक्ष आहे. काही ठिकाणी अपक्ष उमेदवार आणि बंडखोरांच्या उपस्थितीमुळे निकालांमध्ये नाट्यमय बदल होण्याची शक्यता वर्तवली जात आहे.
संपूर्ण निकालांसाठी Live अपडेट्ससह राहा आणि जाणून घ्या कोणता पक्ष महाराष्ट्राच्या सत्तेवर येणार आहे!
आज का दिन आपके लिए मिला-जुला रहेगा। कार्यक्षेत्र में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
आज का दिन आपके लिए अनुकूल है। कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा।
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गडचिरोली, दि.22 : 23 नोव्हेंबर रोजी होत असलेल्या विधानसभा निवडणूक मतमोजणीसाठी जिल्हा प्रशासन पूर्णपणे सज्ज झाले असून या व्यवस्थेची पाहणी आज निवडणूक निरीक्षक राजेंद्र कुमार कटारा व जिल्हा निवडणूक अधिकारी तथा जिल्हाधिकारी संजय दैने यांचेकडून करण्यात आली. यावेळी मतमोजणीकरीता नेमण्यात आलेल्या अधिकारी व कर्मचाऱ्यांचे प्रशिक्षणही घेण्यात आले.
विधानसभा मतदारसंघाची निवडणूक 20 नोव्हेंबर 2024 रोजी पार पडली. 23 नोव्हेंबर रोजी मतमोजणी होणार आहे. 67- आरमोरी विधानसभा मतदार संघाची मतमोजणी महाराष्ट्र राज्य वखार महामंडळ, आरमोरी रोड, वडसा येथे, 68-गडचिरोली विधानसभा मतदार संघाची मतमोजणी शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था गडचिरोली येथे तर 69-अहेरी विधानसभा मतदार संघाची मतमोजणी शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था नागेपल्ली ता. अहेरी येथे होणार आहे. मतमोजणी व्यवस्थेचा आढावा संबंधीत निवडणूक निरीक्षक यांनी घेतला. विधानसभा मतदारसंघनिहाय मतमोजणीकरीता टेबलची व्यवस्था, उमेदवार, निवडणूक प्रतिनिधी व मतमोजणी प्रतिनिधींच्या बसण्याची व्यवस्था, लावण्यात आलेले बॅरीकेटींग, सीसीटीव्ही, विद्युत व्यवस्था, स्ट्राँगरूम, सुरक्षा व्यवस्था, मिडीया सेंटर आदींची त्यांनी प्रत्यक्ष पाहणी करून आढावा घेतला. निवडणूक आयोगाच्या निर्देशाचे कटाक्षाने पालन करून मतमोजणी प्रक्रिया नियोजनबद्ध पार पाडण्याबाबत त्यांनी सूचना दिल्या.
मतमोजणीचे टेबल व एकूण फेऱ्या व मनुष्यबळ :
67-आरमोरी मतदार संघात मतमोजणीसाठी 14 इव्हीएम टेबल, 23 फेऱ्या, 9 टपाली मतपत्रिकेच्या मतमोणीचे टेबल व ईटीपीबीएस (सर्व्हिस व्होटर मतपत्रिका) च्या मोजणीसाठी 2 टेबल राहणार आहेत. यासाठी एकूण 88 मतमोजणी पर्यवेक्षक व मतमोजणी सहायक नियुक्त करण्यात आले आहेत.
68-गडचिरोली मतदार संघात मतमोजणीसाठी 14 इव्हीएम टेबल, 26 फेऱ्या, 10 टपाली मतपत्रिकेच्या मतमोणीचे टेबल व ईटीपीबीएस (सर्व्हिस व्होटर मतपत्रिका) च्या मोजणीसाठी 2 टेबल राहणार आहेत. यासाठी एकूण 80 मतमोजणी पर्यवेक्षक व मतमोजणी सहायक नियुक्त करण्यात आले आहेत.
69-अहेरी मतदार संघात मतमोजणीसाठी 14 इव्हीएम टेबल, 22 फेऱ्या, 9 टपाली मतपत्रिकेच्या मतमोणीचे टेबल व ईटीपीबीएस (सर्व्हिस व्होटर मतपत्रिका) च्या मोजणीसाठी 2 टेबल राहणार आहेत. यासाठी एकूण 89 मतमोजणी पर्यवेक्षक व मतमोजणी सहायक नियुक्त करण्यात आले आहेत.
सुरक्षा व्यवस्था : मतमोजणी केंद्राच्या सभोवताली सुरक्षा रक्षक तैनात असून यात 100 मीटर परिघापासून राज्य पोलिस, मतमोजणी आवाराच्या प्रवेशद्वारावर राज्य सशस्त्र पोलिस आणि मतमोजणी कक्षाच्या द्वाराजवळ केंद्रीय सशस्त्र पोलिस दल तैनात आहेत.
मोबाईल व इलेक्ट्रॉनिक वस्तुंना प्रतिबंध: मतमोजणी केंद्रात मोबाईल, कॅमेरा, लॅपटॉप, आयपॅड, तसेच कोणतीही इलेक्ट्रॉनिक वस्तु नेण्यास प्रतिबंध करण्यात आला आहे. प्रसारमाध्यमांच्या प्रतिनिधींनासुध्दा केवळ मिडीया सेंटरमध्येच मोबाईल/लॅपटॉपचा वापर करता येईल. प्रत्यक्ष मतमोजणी केंद्रात जातांना मोबाईल, कॅमेरा मिडीया सेंटर येथे जमा करावा लागेल. निवडणूक आयोगाचे प्राधिकारपत्र असलेल्या प्रसार माध्यमांच्या प्रतिनिधींनाच केवळ मिडीया कक्षात प्रवेश राहील.
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गडचिरोली, दि.22 :- 23 जून रोजी होत असलेल्या विधानसभा निवडणूक मतमोजणीसाठी जिल्हा प्रशासन पूर्णपणे सज्ज झाले असून या व्यवस्थेची पाहणी आज निवडणूक निरीक्षक राजेंद्र कुमार कटारा व जिल्हा निवडणूक अधिकारी तथा जिल्हाधिकारी संजय दैने यांचेकडून करण्यात आली. यावेळी मतमोजणीकरीता नेमण्यात आलेल्या अधिकारी व कर्मचाऱ्यांचे प्रशिक्षणही घेण्यात आले.
विधानसभा मतदारसंघाची निवडणूक 20 नोव्हेंबर 2024 रोजी पार पडली. 23 नोव्हेंबर रोजी मतमोजणी होणार आहे. 67- आरमोरी विधानसभा मतदार संघाची मतमोजणी महाराष्ट्र राज्य वखार महामंडळ, आरमोरी रोड, वडसा येथे, 68-गडचिरोली विधानसभा मतदार संघाची मतमोजणी शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था गडचिरोली येथे तर 69-अहेरी विधानसभा मतदार संघाची मतमोजणी शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था नागेपल्ली ता. अहेरी येथे होणार आहे. मतमोजणी व्यवस्थेचा आढावा संबंधीत निवडणूक निरीक्षक यांनी घेतला. विधानसभा मतदारसंघनिहाय मतमोजणीकरीता टेबलची व्यवस्था, उमेदवार, निवडणूक प्रतिनिधी व मतमोजणी प्रतिनिधींच्या बसण्याची व्यवस्था, लावण्यात आलेले बॅरीकेटींग, सीसीटीव्ही, विद्युत व्यवस्था, स्ट्राँगरूम, सुरक्षा व्यवस्था, मिडीया सेंटर आदींची त्यांनी प्रत्यक्ष पाहणी करून आढावा घेतला. निवडणूक आयोगाच्या निर्देशाचे कटाक्षाने पालन करून मतमोजणी प्रक्रिया नियोजनबद्ध पार पाडण्याबाबत त्यांनी सूचना दिल्या.
मतमोजणीचे टेबल व एकूण फेऱ्या व मनुष्यबळ :
67-आरमोरी मतदार संघात मतमोजणीसाठी 14 इव्हीएम टेबल, 23 फेऱ्या, 9 टपाली मतपत्रिकेच्या मतमोणीचे टेबल व ईटीपीबीएस (सर्व्हिस व्होटर मतपत्रिका) च्या मोजणीसाठी 2 टेबल राहणार आहेत. यासाठी एकूण 88 मतमोजणी पर्यवेक्षक व मतमोजणी सहायक नियुक्त करण्यात आले आहेत.
68-गडचिरोली मतदार संघात मतमोजणीसाठी 14 इव्हीएम टेबल, 26 फेऱ्या, 10 टपाली मतपत्रिकेच्या मतमोणीचे टेबल व ईटीपीबीएस (सर्व्हिस व्होटर मतपत्रिका) च्या मोजणीसाठी 2 टेबल राहणार आहेत. यासाठी एकूण 80 मतमोजणी पर्यवेक्षक व मतमोजणी सहायक नियुक्त करण्यात आले आहेत.
69-अहेरी मतदार संघात मतमोजणीसाठी 14 इव्हीएम टेबल, 22 फेऱ्या, 9 टपाली मतपत्रिकेच्या मतमोणीचे टेबल व ईटीपीबीएस (सर्व्हिस व्होटर मतपत्रिका) च्या मोजणीसाठी 2 टेबल राहणार आहेत. यासाठी एकूण 89 मतमोजणी पर्यवेक्षक व मतमोजणी सहायक नियुक्त करण्यात आले आहेत.
सुरक्षा व्यवस्था : मतमोजणी केंद्राच्या सभोवताली सुरक्षा रक्षक तैनात असून यात 100 मीटर परिघापासून राज्य पोलिस, मतमोजणी आवाराच्या प्रवेशद्वारावर राज्य सशस्त्र पोलिस आणि मतमोजणी कक्षाच्या द्वाराजवळ केंद्रीय सशस्त्र पोलिस दल तैनात आहेत.
मोबाईल व इलेक्ट्रॉनिक वस्तुंना प्रतिबंध: मतमोजणी केंद्रात मोबाईल, कॅमेरा, लॅपटॉप, आयपॅड, तसेच कोणतीही इलेक्ट्रॉनिक वस्तु नेण्यास प्रतिबंध करण्यात आला आहे. प्रसारमाध्यमांच्या प्रतिनिधींनासुध्दा केवळ मिडीया सेंटरमध्येच मोबाईल/लॅपटॉपचा वापर करता येईल. प्रत्यक्ष मतमोजणी केंद्रात जातांना मोबाईल, कॅमेरा मिडीया सेंटर येथे जमा करावा लागेल. निवडणूक आयोगाचे प्राधिकारपत्र असलेल्या प्रसार माध्यमांच्या प्रतिनिधींनाच केवळ मिडीया कक्षात प्रवेश राहील.
भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने भारत की पहली सैटेलाइट-टू-डिवाइस सेवा शुरू की है, जिसे देश के सबसे अलग-थलग इलाकों में भी निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। बुधवार को भारतीय दूरसंचार विभाग (डीओटी) द्वारा घोषित, यह नई सेवा कैलिफोर्निया स्थित संचार प्रौद्योगिकी कंपनी वायसैट के सहयोग से शुरू की गई है, और इसका उद्देश्य सीमित या बिना सेलुलर कवरेज वाले क्षेत्रों में निर्बाध नेटवर्क पहुँच प्रदान करना है।
यह पहल, जिसे शुरू में इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2024 में प्रदर्शित किया गया था, भारत के डिजिटल विभाजन को पाटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बीएसएनएल के अनुसार, डायरेक्ट-टू-डिवाइस सैटेलाइट कनेक्टिविटी सेवा का पहले ही व्यापक परीक्षण हो चुका है, जिसमें दूरदराज और चुनौतीपूर्ण स्थानों में कनेक्शन बनाए रखने की इसकी क्षमता के बारे में आशाजनक परिणाम मिले हैं।
दूरसंचार विभाग (DoT) ने लॉन्च का जश्न मनाने के लिए X (पूर्व में Twitter) का सहारा लिया, जिसमें बताया गया कि BSNL की सेवा का उद्देश्य भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए उपग्रह संचार को व्यापक रूप से उपलब्ध कराना है। हालाँकि, आपातकालीन उपयोग के लिए Apple के iPhone 14 जैसे उपकरणों में पहले से ही उपग्रह कनेक्टिविटी की सुविधा दी जा रही है, लेकिन भारत में अब तक ऐसी सेवाएँ केवल सरकारी और सैन्य उपयोग तक ही सीमित हैं। BSNL की पेशकश इस तकनीक को आम जनता तक पहुँचाती है, जिससे उपयोगकर्ता दूरदराज के इलाकों में भी जुड़े रह सकते हैं।
भारत भर में दूरदराज के उपयोगकर्ताओं के लिए कनेक्टिविटी
बीएसएनएल की नई सैटेलाइट सेवा का उद्देश्य सीमित नेटवर्क पहुंच वाले चुनौतीपूर्ण स्थानों में उपयोगकर्ताओं की सहायता करना है। चाहे स्पीति घाटी में ट्रैकिंग कर रहे हों या ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे हों, उपयोगकर्ता अब उन स्थितियों में परिवार और दोस्तों से जुड़ सकेंगे जहां सेलुलर या वाई-फाई नेटवर्क उपलब्ध नहीं हैं। यह सेवा आपातकालीन कॉलिंग, SoS मैसेजिंग और यहां तक कि UPI भुगतान का भी समर्थन करती है जब अन्य नेटवर्क पहुंच से बाहर हों।
Sugar Vs Jaggery: हमारे घरों में गुड़ और चीनी का इस्तेमाल आम है। पुराने समय से गुड़ को ज्यादा पसंद किया जाता है और यह खाने-पीने की कई चीजों में उपयोग होता है। भारत दुनिया का 70% गुड़ उत्पादन करता है। आयुर्वेद में गुड़ के ढेर सारे फायदों का वर्णन है और इसे दवाओं में भी उपयोग किया जाता है।
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चीनी और गुड़ दोनों गन्ने के रस से बनते हैं, लेकिन इनके प्रभाव अलग होते हैं। चीनी को स्वास्थ्य के लिए खतरनाक माना जाता है, जबकि गुड़ को फायदेमंद। ऐसे में सवाल उठता है कि जब दोनों एक ही चीज से बनते हैं, तो इनमें इतना अंतर क्यों होता है?
गुड़ और चीनी की प्रॉसेसिंग में बड़ा अंतर होता है।
गुड़ में प्रोटीन, विटामिन A, C, E, पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, मैंगनीज, फॉस्फोरस और आयरन पाए जाते हैं, जो इसे पोषण से भरपूर बनाते हैं। वहीं, चीनी में प्रोटीन, फैट या विटामिन नहीं होते। यही कारण है कि चीनी नुकसानदायक मानी जाती है।
गुड़ स्वास्थ्य के लिए चीनी से बेहतर है, लेकिन इसे भी सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
चीनी का अत्यधिक सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है, जैसे:
निष्कर्ष
गुड़ और चीनी एक ही स्रोत से बनते हैं, लेकिन उनकी प्रॉसेसिंग और पोषण तत्वों में बड़ा अंतर होता है। गुड़ को संतुलित मात्रा में खाने से यह सेहतमंद रहता है, जबकि चीनी का अत्यधिक सेवन कई बीमारियों का कारण बन सकता है।
Disclaimer: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी स्वास्थ्य सलाह को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर की राय जरूर लें।
The Raja Saab Movie: साउथ सिनेमा के सुपरस्टार प्रभास बहुत जल्द अपनी नई फिल्म 'द राजा साहब' में एक्ट्रेस मालविका मोहनन के साथ रोमांस करते नजर आएंगे। यह फिल्म प्रभास की आगामी प्रोजेक्ट्स में से एक है, जिसे दर्शकों द्वारा काफी उत्सुकता से इंतजार किया जा रहा है। फिल्म के तहत एक रोमांटिक गाने की शूटिंग यूरोप में होने वाली है, जो जनवरी और फरवरी के बीच शूट की जाएगी।
मालविका मोहनन, जो अपनी शानदार अदाकारी और खूबसूरती के लिए जानी जाती हैं, इस फिल्म के जरिए तेलुगु सिनेमा में डेब्यू करेंगी। उनके और प्रभास की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री देखने के लिए फैंस बेहद उत्साहित हैं। प्रोडक्शन से जुड़े सूत्रों के अनुसार, फिल्म में एक खास रोमांटिक गाना होगा, जो दर्शकों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ने की तैयारी में है।
फिल्म 'द राजा साहब' का निर्देशन मारूति कर रहे हैं, जो पहले भी कई हिट फिल्में दे चुके हैं। यह एक हॉरर-कॉमेडी फिल्म है, जिसमें प्रभास और मालविका के साथ निधि अग्रवाल भी मुख्य भूमिका में नजर आएंगी। फिल्म के लिए प्रभास के फैंस के बीच पहले ही चर्चा शुरू हो चुकी है, और इसे 2024 की सबसे प्रतीक्षित फिल्मों में से एक माना जा रहा है।
मालविका मोहनन ने अपने करियर की शुरुआत 2013 में फिल्म 'पट्टम पोले' से की थी और तब से उन्होंने 'थंगालान', 'क्रिस्टी' और 'युधरा' जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया है। बॉलीवुड में भी उन्होंने सिद्धांत चतुर्वेदी के साथ डेब्यू कर अपनी अलग पहचान बनाई है। इसके अलावा, वह जल्द ही कार्ति के साथ स्पाई थ्रिलर 'सरदार 2' में भी नजर आएंगी।
प्रभास, जिन्हें हाल ही में 'कल्कि' में देखा गया था, अब 'द राजा साहब' के जरिए दर्शकों के दिलों पर एक बार फिर राज करने की तैयारी में हैं। इस रोमांटिक-हॉरर-कॉमेडी फिल्म की शूटिंग और इसकी भव्यता दर्शकों के लिए निश्चित ही एक खास अनुभव लेकर आएगी।
सोना-चांदी की कीमत में फिर से तेजी देखी जा रही है. एक तरफ इस बात की संभावना बढ़ रही है कि अगले महीने सितंबर में फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट रेट घटा सकता है. दूसरी तरफ ईरान-इजरायल क्राइसिस के कारण लगातार जियो पॉलिटिकल टेंशन बनी हुई है. दोनों परिस्थिति में सोना-चांदी की डिमांड बढ़ जाती है. हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में यानी शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में इसकी कीमत में करीब 1400 रुपए की बड़ी तेजी दर्ज की
शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 1100 रुपए मजबूत होकर 72450 रुपए प्रति 10 ग्राम पर जा पहुंचा. चांदी की कीमत भी 1400 रुपए के उछाल के साथ 82500 रुपए प्रति किलोग्राम पर जा पहुंची. राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कारोबारी सत्र में 99.5 फीसदी शुद्धता वाला सोना 1,100 रुपए मजबूत होकर 72,100 रुपए प्रति 10 ग्राम पर जा पहुंचा जो पहले 71,000 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. व्यापारियों ने सोने की कीमतों में तेजी का श्रेय स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की ताजा मांग और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती के रुख को दिया.
24 कैरेट गोल्ड का ताजा भाव क्या है?
IBJA यानी इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, 24 कैरेट गोल्ड का भाव 6966 रुपए प्रति ग्राम रहा. 22 कैरेट का भाव 6799 रुपए, 20 कैरेट का भाव 6200 रुपए, 18 कैरेट का भाव 5643 रुपए और 14 कैरेट का भाव 4493 रुपए प्रति ग्राम रहा है. 999 प्योरिटी वाली चांदी का भाव 80263 रुपए प्रति किलोग्राम रही.
सोना-चांदी में तेजी बने रहने की उम्मीद
कोटक सिक्योरिटीज के कमोडिटी ऐनालिस्ट कायनात चैनवाला ने कहा कि चाइनीज सेंट्रल बैंक की तरफ से लगातार तीसरे महीने सोने की खरीद से परहेज किए जाने के बावजूद भी इस धातु में तेजी आई है. एंजल वन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जेपी मॉर्गन, सिटी ग्रुप का मानना है कि फेडरल रिजर्व सितंबर में 50 bps की रेट कट करेगा. सोने की मांग अभी मजबूत बने रहने की उम्मीद है. एक तरफ फेड रेट कट का फायदा मिलेगा तो दूसरी तरह जियो पॉलिटिकल टेंशन से बायर्स को बूस्ट मिलेगा.
सरकार ने PDS (पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम) को डिजिटल कर दिया. अब 80.6 करोड़ लोगों तक सही तरीके से राशन पहुंच रहा है. अब तक 20.4 करोड़ राशन कार्ड डिजिटल हो चुके हैं. इनमें से 99.8% राशन कार्ड आधार से जुड़े हुए हैं. साथ ही 98.7% लोगों का बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन भी हो चुका है.
पहले देश में राशन में गड़बड़ी बहुत ज्यादा थी. फर्जी राशन कार्ड बनाकर लोग राशन ले लेते थे. इसे रोकने के लिए सरकार ने PDS (पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम) को डिजिटल कर दिया. अब 80.6 करोड़ लोगों तक सही तरीके से राशन पहुंच रहा है.फर्जी राशन कार्ड हटाने के लिए आधार और eKYC का इस्तेमाल किया जा रहा है. अब सिर्फ असली लाभार्थियों को ही राशन मिलता है. अभी तक 5.8 करोड़ फर्जी राशन कार्ड हटा दिए गए हैं. इससे जरूरतमंद लोगों को ही राशन मिल रहा है और गड़बड़ी खत्म हो गई है.
अब तक 20.4 करोड़ राशन कार्ड डिजिटल हो चुके हैं. इनमें से 99.8% राशन कार्ड आधार से जुड़े हुए हैं. साथ ही 98.7% लोगों का बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन भी हो चुका है. इससे यह तय हो गया है कि राशन सिर्फ सही लोगों तक पहुंचे.
ePoS मशीन से पारदर्शिता
सरकार ने पूरे देश में 5.33 लाख ePoS मशीनें लगाई हैं. इन मशीनों से आधार के जरिए पहचान की जाती है और राशन दिया जाता है. इससे गलत कार्ड से राशन लेना बंद हो गया है. हर जगह पारदर्शिता बढ़ गई है और गड़बड़ी खत्म हो गई है. eKYC की मदद से 64% लोगों का वेरिफिकेशन पूरा हो चुका है. बाकी लोगों का काम भी जल्द ही पूरा होगा. अब राशन लेने में किसी को कोई परेशानी नहीं होती. यह प्रक्रिया सरल और सुरक्षित हो गई है|
राशन ढुलाई और आपूर्ति को ट्रैक करने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. रियल-टाइम ट्रैकिंग से यह पता चलता है कि राशन सही समय पर और सही जगह पर पहुंचा है. इससे गड़बड़ी की संभावना खत्म हो गई है.
वन नेशन, वन राशन कार्ड’ योजना
इस योजना से अब लोग किसी भी राज्य में अपना राशन ले सकते हैं. चाहे आप अपने राज्य से बाहर हों, आपका राशन कार्ड हर जगह काम करेगा. इससे प्रवासी मजदूरों को बहुत मदद मिली है.
इन सभी सुधारों की वजह से अब PDS पूरी तरह पारदर्शी हो गया है. राशन सिर्फ असली जरूरतमंदों तक पहुंच रहा है और वितरण में कोई समस्या नहीं हो रही.
SSC HSC Time Table: महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडळाने दहावी (10वी) आणि बारावी (12वी) बोर्ड परीक्षांचे अंतिम वेळापत्रक जाहीर केले आहे. विद्यार्थी आणि पालकांसाठी ही एक महत्त्वाची माहिती आहे, कारण यामुळे आगामी परीक्षांच्या तयारीसाठी आवश्यक असलेल्या सर्व तपशीलांचा स्पष्ट आढावा मिळेल.
बारावीच्या लेखी परीक्षेला 11 फेब्रुवारी ते 18 मार्च 2024 दरम्यान आयोजित केले जाईल, तर दहावीची लेखी परीक्षा 21 फेब्रुवारी ते 17 मार्च 2024 दरम्यान होईल. यंदा, अन्य वर्षांच्या तुलनेत, परीक्षेच्या तारखा सुमारे 8 ते 10 दिवस लवकर असणार आहेत.
महाराष्ट्र बोर्डाच्या अधिकृत वेबसाइटवर जाऊन, mahahsscboard.in वर विद्यार्थी या वेळापत्रकाची PDF डाउनलोड करू शकतात.
छत्तीसगडच्या सुकमा जिल्ह्यात पोलिस आणि नक्षल्यांत चकमक सुरू आहे. जवानांनी 10 नक्षलवाद्यांचा खात्मा केला. घटनास्थळावरून तीन स्वयंचलित शस्त्रेही जप्त करण्यात आली आहेत. त्याचवेळी दोन्ही बाजूंनी जंगलात अधूनमधून गोळीबार सुरू आहे. हे प्रकरण भेज्जी पोलीस ठाण्याच्या हद्दीतील आहे. 1 जानेवारी ते 22 नोव्हेंबरपर्यंत 207 नक्षलवादी मारले गेले आहेत.
बस्तरचे आयजी सुंदरराज पी यांनी सांगितले की, या चकमकीत आतापर्यंत 10 नक्षलवाद्यांचे मृतदेह सापडले आहेत. घटनास्थळावरून एके-47, इन्सास आणि एसएलआरसह इतर शस्त्रेही जप्त करण्यात आली आहेत. हे मोठे यश असल्याचे सुकमाचे एसपी किरण चव्हाण यांनी म्हटले आहे. जवान घटनास्थळी आहेत. परतल्यावर अधिक माहिती मिळेल.
नक्षलवादी ओडिशातून घुसले होते
भेज्जीच्या जंगलात नक्षलवाद्यांचा जमाव असल्याची माहिती सुरक्षा दलांना मिळाली होती. यानंतर जवानांना पाठवण्यात आले, तिथे नक्षलवाद्यांशी चकमक झाली. एक दिवस आधी ओडिशातून मोठ्या संख्येने नक्षलवादी छत्तीसगड सीमेत घुसले होते. या काळात ओडिशा पोलिसांसोबत चकमकही झाली. यात एक नक्षलवादी ठार झाला असून एक जवान जखमी झाला आहे. यानंतर छत्तीसगड फोर्स अलर्टवर होती.
ओडिशा आणि गरिआबंदला लागून असलेल्या उदांती अभयारण्याच्या जंगलात गुरुवारीही पोलिस-नक्षलवादी चकमक झाली. नक्षलवाद्यांच्या उपस्थितीची माहिती मिळताच गरिआबंद पोलिसांनी संयुक्त शोध मोहीम सुरू केली. या ऑपरेशनमध्ये गरियाबंद डीआरजी, कोब्रा 207 बटालियन, ओडिशा एसओजी, सीआरपीएफ 211 आणि 65 बटालियनचे सुमारे 200 जवान सहभागी झाले होते.
नक्षलवादी आमदच्या जंगलात पोहोचताच त्यांनी गोळीबार सुरू केला. जवानांनीही त्याला चोख प्रत्युत्तर दिले. दबावाची इमारत पाहून नक्षलवाद्यांनी पळ काढला. नक्षलवाद्यांच्या अड्ड्यातून पोलिसांनी एक गोळी रायफल, नक्षलवादी साहित्य, मोठ्या प्रमाणात उबदार कपडे आणि दैनंदिन वापराच्या वस्तू जप्त केल्या आहेत.
Sarkari Yojana: भारत सरकारने असंघटित क्षेत्रातील कामगारांच्या सामाजिक आणि आर्थिक सुरक्षेसाठी एक महत्त्वपूर्ण योजना e-Shram Card योजना सुरू केली आहे. ऑगस्ट 2021 मध्ये लाँच झालेली ही योजना विशेषत: बांधकाम कामगार, स्थलांतरित मजूर, टमटम कामगार, घरगुती कामगार आणि प्लॅटफॉर्म कामगार यांसारख्या असंघटित क्षेत्रातील कामगारांसाठी तयार करण्यात आली आहे. या योजनेंतर्गत नोंदणी केलेल्या कामगारांना वयाच्या 60 नंतर मासिक 3000 रुपयांपर्यंत पेन्शन, अपघात विमा आणि इतर सरकारी योजनांचा लाभ मिळतो.
या कार्डामध्ये 12-अंकी युनिक आयडेंटिफिकेशन नंबर (UAN) असतो, जो संपूर्ण भारतात मान्य असतो. यामुळे असंघटित क्षेत्रातील कामगारांना विविध शासकीय योजनांचा लाभ मिळवणे सुलभ होईल.
आजच्या या आर्टिकल मध्ये, आपण ई-श्रम कार्ड योजना कशी कार्य करते, यासाठी अर्ज प्रक्रिया काय आहे, आणि त्याचे फायदे व पात्रता काय आहेत यावर सखोल माहिती घेऊ.
e-Shram Card कार्डसाठी अर्ज करण्यासाठी पुढील अटींचे पालन आवश्यक आहे:
e-Shram Card कार्डसाठी अर्ज करणे सोपे आहे. खालील पद्धतीने तुम्ही नोंदणी करू शकता:
e-Shram Card असलेल्या कामगारांना केंद्र सरकारच्या विविध योजनांचा लाभ सहज मिळतो. तसेच, राष्ट्रीय स्तरावरील असंघटित कामगारांचा डेटा तयार होत असल्याने भविष्यात अधिक योजनांची अंमलबजावणी करता येईल.
जर तुम्ही पात्र असाल, तर उशीर न करता आजच अर्ज करा आणि 3000 रुपयांच्या मासिक पेन्शनसह अन्य लाभ मिळवण्याची संधी साधा.
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मुंबई : विधानसभा निवडणुकीत राज्यात सरासरी ६६ टक्के मतदान झाले आहे. गतवेळच्या तुलनेत यंदा पाच टक्क्यांची वाढ झाली आहे. तीन दशकानंतर राज्यात मतदानाची टक्केवारी वाढली आहे. त्यामुळे आता वाढलेली मते नेमकी कुणाच्या पारड्यात गेली आणि याचा फायदा महायुतीला होणार की महाविकास आघाडीला, याची उत्कंठा आहे.
सहा महिन्यांपूर्वी झालेल्या लोकसभा निवडणुकीत राज्यात ६१.२९ टक्के मतदान झाले होते. २०१९ मध्ये विधानसभा निवडणुकीतही राज्यात मतदानाची टक्केवारी ६१.१ होती. या दोन्हीच्या तुलनेत यावेळी पाच टक्क्यांची वाढ झाली आहे. राज्यात सर्वाधिक ७६.२५ टक्के मतदान हे कोल्हापूर जिल्ह्यात झाले आहे. त्याखालोखाल ७५.२६ टक्के मतदान गडचिरोली जिल्ह्यात झाले आहे. सर्वांत कमी ५२.०७ टक्के मतदान हे मुंबई शहर जिल्ह्यात झाले आहे. निवडणूक आयोगाने दिलेल्या ताज्या आकडेवारीनुसार नगर (७१.७३), बुलढाणा (७०.६०टक्के), चंद्रपूर (७१.२७टक्के), हिंगोली (७१.१०टक्के), जालना (७२.५३टक्के), नंदुरबार (७०.५१टक्के), परभणी (७०.३८ टक्के), सांगली (७१.८९ टक्के), सातारा (७१.७१ टक्के), यवतमाळ (७०.८६ टक्के) या दहा जिल्ह्यांनी सात दशकी टक्केवारी गाठली आहे.
मुंबईतील कुलाबा (४४.४४ टक्के) हा सर्वांत कमी मतदान झालेला मतदारसंघ ठरला आहे. मुंबई उपनगर जिल्ह्यात ५५.७७ टक्के तर ठाणे जिल्ह्यात ५६.०५ टक्के मतदान झाले आहे. १९९५ मध्ये राज्यात शिवसेना-भाजप युतीचे सरकार सत्तेत आले तेव्हा ७१ टक्के मतदान झाले होते. त्यानंतर सर्वाधिक मतदान हे या वेळी झाले आहे.
Ajab Gajab News: राजस्थान के झुंझुनूं जिले में एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया जिसने सभी को हैरान कर दिया। डॉक्टरों की घोर लापरवाही के चलते एक जिंदा युवक को मृत घोषित कर दिया गया। मृत मानकर युवक का पोस्टमार्टम किया गया, उसे डीप फ्रीज में रखा गया और अंतिम संस्कार के लिए चिता पर लिटा दिया गया। लेकिन चिता पर लेटते ही युवक में जीवन के संकेत दिखने लगे, जिससे वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए।
यह घटना गुरुवार को झुंझुनूं जिले के राजकीय बीडीके अस्पताल में हुई। युवक रोहिताश्व को डॉक्टरों ने चिकित्सीय जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। उसके परिजनों को शव सौंप दिया गया, और परिजनों ने शव यात्रा निकाल कर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू कर दी। लेकिन चिता पर लिटाने के बाद अचानक रोहिताश्व की सांसें चलने लगीं।
इस अप्रत्याशित घटना से वहां मौजूद लोग डर और हैरानी में पड़ गए। परिजन तुरंत रोहिताश्व को उसी अस्पताल में ले गए, जहां कुछ घंटे पहले उसे मृत घोषित किया गया था।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर रामअवतार मीणा ने तुरंत मामले की जांच के आदेश दिए। तहसीलदार महेंद्र मूंड और सामाजिक अधिकारिता विभाग के डिप्टी डायरेक्टर पवन पूनिया ने अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और कलेक्टर को अपनी रिपोर्ट सौंपी।
रात में ही जिला कलेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने कार्रवाई करते हुए अस्पताल के तीन डॉक्टरों को निलंबित कर दिया। निलंबित डॉक्टरों में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप पचार, मेडिसन विशेषज्ञ डॉ. योगेश कुमार जाखड़, और डॉ. नवनीत मील शामिल हैं।
राजस्थान सरकार ने डॉक्टरों की लापरवाही को बेहद गंभीरता से लिया है। सयुक्त शासन सचिव निशा मीणा ने आदेश जारी कर बताया कि जीवित व्यक्ति को मृत घोषित करना एक घोर लापरवाही है। इसके लिए डॉक्टरों को राजस्थान सिविल सेवा नियमों के तहत निलंबित किया गया है।
आज का दिन आपके लिए मिला-जुला रहेगा। पूर्व अनुभव का लाभ मिलेगा, लेकिन आर्थिक पक्ष संतुलित रखने की जरूरत है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
आज का दिन आपके लिए आर्थिक रूप से अच्छा रहेगा। कमाई अच्छी रहेगी, लेकिन खर्चों पर नियंत्रण रखें। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा।
आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा। आर्थिक मामलों में भाग्य साथ देगा। नए अवसर मिल सकते हैं, लेकिन जल्दबाजी में निर्णय न लें।
आज का दिन आपके लिए अच्छा रहेगा। कमाई के नए मौके मिल सकते हैं। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
आज का दिन आपके लिए मिला-जुला रहेगा। ऑफिस में राजनीति करने वालों से दूर रहें, अपने काम पर ध्यान दें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
आज का दिन आपके लिए मिला-जुला रहेगा। काम के बोझ से थकान महसूस हो सकती है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा। आर्थिक लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा।
आज का दिन आपके लिए मिला-जुला रहेगा। काम का बोझ बढ़ सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
आज का दिन आपके लिए अच्छा रहेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा।
आज का दिन आपके लिए मिला-जुला रहेगा। काम के बोझ से थकान महसूस हो सकती है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा। आर्थिक लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा।
आज का दिन आपके लिए मिला-जुला रहेगा। काम के बोझ से थकान महसूस हो सकती है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
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बंडखोर कात्री लावणार की पक्ष व्होट बँक राखणार
आरमोरी: विधानसभेच्या सार्वत्रिक निवडणुकीसाठी बुधवारी मतदान झाले पडले. आरमोरी विधानसभा मतदारसंघात काँग्रेस, भाजपसह एकूण आठ उमेदवार निवडणूक रिंगणात उभे होते. मतदानानंतर काँग्रेस व भाजप दोन्ही पक्षांचे नेते, पदाधिकारी आणि कार्यकर्ते जरी विजयाचे दावे करत असले तरी खेड्यांपासून ते शहरांपर्यंत सर्वसामान्य मतदार मात्र कोण जिंकणार? कोण हरणार? याचीच चर्चा आणि गप्पांचे फड रंगत आहेत, असे असले तरी राजकीय पक्ष आपले पारंपरिक मते कायम राखण्यात यशस्वी होतात की, बंडखोर या मतांना कात्री लावतात, हे निकालानंतरच स्पष्ट होईल.
आरमोरी विधानसभा क्षेत्राची निवडणूक काँग्रेस आणि भाजप या दोन्ही पक्षासाठी अतिशय प्रतिष्ठेची समजली जात आहे. या प्रतिष्ठेच्या लढाईत दोन्ही पक्षाला आपल्या उमेदवाराच्या विजयी होण्याची आशा वाढली आहे. आरमोरी विधानसभा क्षेत्रात आरमोरी, देसाईगंज, कुरखेडा, कोरची, आणि धानोरा तालुक्यातील मुरूमगाव जिल्हा परिषद क्षेत्राचा भाग समाविष्ट आहे. या विधानसभा क्षेत्रात गत १० वर्षांपासून भाजपचे कृष्णा गजबे हे आमदार आहेत. कृष्णा गजबे हे तिसऱ्यांदा हॅट् ट्रिक करण्यासाठी उत्सुक आहेत, तर लोकसभा निवडणुकीत मिळालेल्या यशानंतर विधानसभेतही लोकसभेची पुनरावृत्ती होण्याची काँग्रेस कार्यकर्त्यांना आशा आहे.
महिला मतदारांची मते ठरू शकतात निर्णायक
• आरमोरी विधानसभा मतदारसंघात पुरुष मतदारांपेक्षा महिला मतदारांचीच संख्या अधिक आहे. त्यामुळे या विधानसभा क्षेत्रात महिला मतदारांनी आपली मते कोणाच्या पारड्यात टाकली, हेसुद्धा पाहणे तितकेच महत्त्वाचे आहे. आरमोरी विधानसभा मतदार संघात जातीय समीकरणही चालल्याची चर्चा आहे.
बंडखोरांमुळे मतविभागणीचा धोका
राजकीय पक्षाकडून तिकीट न मिळाल्याने बंडखोरी झाली. विशेषतः काँग्रेसचे बंडखोर अपक्ष उमेदवार आनंदराव गेडाम हे किती मते घेतात, यांच्यावर सुद्धा काँग्रेसच्या मतांचे गणित अवलंबून आहे. असे असले तरी विधानसभा क्षेत्रातील चारही तालुक्यात काँग्रेस आणि भाजप या दोन्ही राजकीय पक्षाची हवा होती, असे सांगितले जात आहे. दोन्हीं पक्षाचे कार्यकर्ते इतरत्र फोन करून निवडणुकीतील निकाल काय राहील याबाबत विचारणा करीत आहेत.
नवी दिल्ली: ज्या बँक खात्यांत सरकारी योजनांच्या थेट लाभाचे (डीबीटी) पैसे हस्तांतरित होतात, त्या खात्यांची केवायसी नसली तरी ती खाती गोठवू (फ्रीझ) नका, असे निर्देश भारतीय रिझर्व्ह बँकेने बँकांना दिले आहेत.
डीबीटीद्वारे केंद्र सरकारकडून सबसिडी, पेन्शन आणि काही विशेष योजनांचे पैसे देशभरात असलेल्या लाभधारकांना हस्तांतरित केले जातात. केवायसीअभावी खातेच बंद झाल्यास या योजनांच्या मार्गात अडथळा निर्माण होतो, त्यामुळे ही खाती गोठवली जाऊ नयेत, अशा सूचना रिझर्व्ह बँकेचे डेप्युटी गव्हर्नर स्वामीनाथन जे. यांनी दिल्या आहेत.
ग्राहकांना मिळेनात पैसे
स्वामीनाथन यांनी म्हटले की, रिझर्व्ह बँकेच्या सूचनांचे पालन योग्य होत नसल्यामुळे बँक खाती गोठवली जात आहेत. त्यामुळे ग्राहकांना त्यांचेच पैसे मिळेनासे झाले आहेत. यामुळे खातेधारक त्रास सहन करीत आहेत.
केवायसी न होण्यास बँकाच जबाबदार
■ रिझर्व्ह बँकेचे डेप्युटी गव्हर्नर स्वामीनाथन जे. यांनी सांगितले की, अनेक कारणांमुळे बँक खात्यांची केवायसी रखडल्याचे आढळून आले आहे. याला बँका दोषी आहेत.
■ वेळोवेळी केवायसी अद्ययावत करण्यात बँकांकडून दिरंगाई होते.
■ ग्राहकांना साह्य आणि आवश्यक कागदपत्रे प्राप्त करणे, यासाठी आवश्यक सक्रिय दृष्टिकोनाचा बँकांत अभाव असल्याचे दिसते.
■ अनेक बँकांकडे अपुरा कर्मचारी वर्ग असल्यामुळे केवायसी प्रक्रिया रखडून पडलेली दिसते. प्रत्येकाचे काम बँका गृहशाखेकडे पाठवतात.
■ ग्राहकांची कागदपत्रे बँकांकडून सिस्टममध्ये अपडेशन केले जात नाही.